November 11, 2025 11:34 am

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चमत्कारिक बानोड़ा बालाजी स्वर्ण जड़ित मुकुट-आंगी (वागा) से सुशोभित हुए

समाजसेवी अरूल अशोक अरोरा गंगानगर ने सपरिवार किए दर्शन, विशेष पूजा-अर्चना कर बालाजी महाराज को मुकुट व आंगी (वागा) धारण करवाया

नीमच। जिला मुख्यालय से करीब 120 किमी दूर चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं में स्थित चमत्कारिक श्री बानोड़ा बालाजी मंदिर पर शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाई। राजस्थान, मप्र  सहित दूरदराज के हजारों भक्तों ने बालाजी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। नीमच के प्रसिद्ध समाजसेवी अरूल अशोक अरोरा गंगानगर सपरिवार बालाजी धाम पहुंचे। अरोरा की तरफ से स्वर्ण जड़ित मुकुट व चांदी जड़ित आंगी (वागा) चमत्कारिक प्रतिमा पर धारण करवाया तो प्रतिमा स्वर्ण-चांदी जड़ित आभूषणों से सुशोभित हो गई। आचार्य विक्रम शर्मा ने विधि-विधान से पूजा—अर्चना अभिषेक कर बालाजी को आभूषण धारण करवाए। समिति की तरफ से छप्पन भोग का आयोजन किया। समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर के साथ उनके सुपुत्र अरूल अरोरा, धर्मपत्नी मनीता, पुत्री परी विशेष पूजा-अर्चना में शामिल हुए। इस अनुपम भेंट को लेकर मंदिर के मुख्य गुरुजी कैलाश शर्मा व पुजारी प्रतिनिधि अरोरा परिवार का धन्यवाद ज्ञापित किया।

देश में प्रसिद्ध है बानोड़ा बालाजी मंदिर

बेगूं के समीप स्थित बानोड़ा बालाजी मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। मंदिर की विशेषता है कि यहां कई वर्षों से अखंड रामायण पाठ निरंतर चल रहा है। श्रद्धालु यहां मनोकामनाओं पूरी करवाने के लिए आते हैं। कोसों दूर भक्त अगर बैठे-बैठे बालाजी से सच्चे मन से मुरादें मांग ले और वह पूरी हो जाती है। फिर उत्साह और उल्लास से मानता उतारने पहुंचते है। प्रतिमा इतनी चमत्कारिक है कि अच्छे भाव से दर्शन मात्र से ही भक्तों के कष्ट दूर हो जाते है। हनुमान जन्मोत्सव पर इस विशेष दिन बानोड़ा बालाजी के दर्शन करने के लिए लाखों भक्त पहुंचते है।

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