
सिंगोली में हर रोज ओवरलोड वाहन से बना रहता है हादसे का खतरा, नीमच-सिंगोली मार्ग पर की कार्रवाई
नीमच (सगीर पठान)। सिंगोली में लंबे समय से पत्थरों से भरे ओवरलोड वाहन दौड़ रहे हैं। परिवहन विभाग द्वारा इनके खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं की। यह ओवरलोड वाहन थाने के सामने से बेखौफ होकर निकलते हैं। राजनीतिक संरक्षण के कारण पुलिस भी इन पर सख्त कार्रवाई नहीं कर पाती है। शुक्रवार दोपहर में इसी तरह के ओवरलोड ट्रैक्टर की चपेट में आने से दो छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई व एक छात्र गंभीर घायल हो गया था। हादसे के दूसरे दिन भी परिवहन विभाग नहीं जागा। सुबह सिंगोली की सड़क पर फिर से ओवरलोड वाहन दौड़ते नज़र आए। जागरूक लोगों ने इसके फोटो व वीडियो बनाकर प्रशासन तक पहुंचाए। इस पर कलेक्टर ने तत्काल एक्शन लिया। इसके बाद परिवहन विभाग के अधिकारी टीम के साथ आनन फानन में नीमच-सिंगोली मार्ग पर पहुंचे। जांच के दौरान तीन ओवरलोड वाहनों को जब्त कर डीकेन पुलिस चौकी परिसर में खड़े करवाए।

कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देशानुसार परिवहन विभाग की टीम ने शनिवार शाम नीमच-सिंगोली रोड पर ओवरलोड वाहनों की चेकिंग की। परिवहन अधिकारी नंदलाल गामड़ ने बताया कि जांच के दौरान पत्थरों से ओवरलोड एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका। ड्राइवर के पास परिवहन संबंधी दस्तावेज नहीं मिले। एस पर ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया। इसी तरह एक ट्रक व एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भूसे से ओवरलोड मिली। दोनों के पास परिवहन संबंधी दस्तावेज नहीं मिले। दोनों वाहन इतने ओवरलोड थे कि रास्ते में बिजली के तार के संपर्क में आने से बड़ा हादसा हो सकता था। इन वाहनों को भी जब्त कर डीकेन चौकी परिसर में पुलिस की सुपुर्दगी में खड़े करवाए। आरटीओ द्वारा जब्त तीनों वाहन की रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर को सौंपी जाएगी। परिवहन अधिकारी ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी।पत्थरों की खदानों में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली की जांच हो तो सच आएगा सामने परिवहन विभाग द्वारा जिला मुख्यालय से 90 किमी दूर सिंगोली व आसपास के क्षेत्र में पत्थरों की खदानों व पत्थर कटिंग मशीन पर पत्थर परिवहन में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित अन्य वाहनों की जांच नहीं की। अधिकांश वाहनों के पास पर्याप्त कागज तक नहीं है। ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रजिस्ट्रेशन नंबर भी दर्ज नहीं है। सैकड़ों वाहन सिंगोली की सड़कों पर रोज ओवरलोड दौड़ते हैं। परिवहन विभाग द्वारा जांच नहीं करने के कारण अवैध तरीके से दौड़ रहे हैं। कई वाहनों को राजनीतिक संरक्षण मिला होने से पुलिस व प्रशासन भी कार्रवाई नहीं करता है। परिवहन विभाग अगर सख्ती से जांच करें तो अवैध तरीके से दौड़ रहे वाहन सड़कों से गायब हो जाएंगे।
खदानों से पत्थर परिवहन में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली की जांच हो तो सच आएगा सामने
परिवहन विभाग द्वारा जिला मुख्यालय से 90 किमी दूर सिंगोली व आसपास के क्षेत्र में पत्थरों की खदानों व पत्थर कटिंग मशीन पर पत्थर परिवहन में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित अन्य वाहनों की जांच नहीं की। अधिकांश वाहनों के पास पर्याप्त कागज तक नहीं है। ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रजिस्ट्रेशन नंबर भी दर्ज नहीं है। सैकड़ों वाहन सिंगोली की सड़कों पर रोज ओवरलोड दौड़ते हैं। परिवहन विभाग द्वारा जांच नहीं करने के कारण अवैध तरीके से दौड़ रहे हैं। कई वाहनों को राजनीतिक संरक्षण मिला होने से पुलिस व प्रशासन भी कार्रवाई नहीं करता है। परिवहन विभाग अगर सख्ती से जांच करें तो अवैध तरीके से दौड़ रहे वाहन सड़कों से गायब हो जाएंगे।

अवैध बालू रेत के डंपर भी इसी रास्ते से होकर नीमच पहुंचते हैं
रेत माफिया भीलवाड़ा जिले की बनास नदी से अवैध बालू रेत के ओवरलोड डंपर रात के समय तिलस्वां घाट, सिंगोली, रतनगढ़, मोरवन, सरवानिया महाराज होकर नीमच पहुंचते हैं। इन ओवरलोड डंपरों के कारण सिंगोली से सरवानिया महाराज तक की सड़कें भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इस मार्ग से रात के समय आने वाले रेत के डंपरों को नीमच तक लाने के लिए रेत माफिया अपनी लग्जरी गाड़ी से पायलेटिंग करते हैं। ताकि रास्ते में कोई रोक-टोक होने पर उनसे सेटिंग कर डंपरों को निकाला जा सके।












