नीमच मंडी के इतिहास में पहली बार पोस्ता के भाव 2 लाख से अधिक पहुंचे, भाव सुनते ही किसान के चेहरे पर आई खुशी, व्यापारी दीपक अग्रवाल का अन्नदाता ने किया सम्मान
नीमच। प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में शुमार नीमच मंडी हमेशा सुर्खियों में रहती है। कभी व्यापारी तो कभी किसान या हम्मालों के बीच विवाद हो जाता है। लेकिन शुक्रवार को नीमच मंडी के पोस्ता शेड ने इतिहास रच दिया। जहां व्यापारी फर्म श्री संतोष ट्रेडर्स के मालिक दीपक अग्रवाल पोस्ता नीलामी में पहुंचे और सबसे बेहतर क्वालिटी का टोनीपॉल पोस्ता के ढेर को 2 लाख रुपए प्रति क्विंटल के भाव में खरीदा। भाव सुनते ही किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। किसानों ने व्यापारी दीपक अग्रवाल का माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।
गोरतलब है कि मप्र, राजस्थान में सबसे बड़ी पोस्ता मंडी नीमच में है। जहां अफीम उत्पादक किसान पोस्ता दाना बेचने पहुंचता है। वर्तमान में किसान अफीम फसल की बोवनी करने में जुटे हैं। जो फ्री हो गए वे पिछले वर्ष का पोस्ता बेचने के लिए आ रहे हैं। यही कारण है कि मंडी में पिछले कुछ दिनों से पोस्ता के भाव प्रति क्विंटल डेढ़ लाख रुपए से अधिक तक पहुंच गए। शुक्रवार को तो भाव ने लंबी छलांग लगा दी और 2 लाख रुपए प्रति क्विंटल से श्री संतोष ट्रेडर्स के मालिक दीपक अग्रवाल ने बेस्ट क्वालिटी का पोस्ता खरीदा।
व्यापारी अग्रवाल की सादगी के कायल हुए किसान
पोस्ता मंडी में वैसे तो कई व्यापारी नीलामी में भाग लेते हैं। बड़े व्यापारी अपने मुनीम या कर्मचारी को भेजकर नीलामी से पहले पोस्ता के ढेरों की स्थिति जान लेते हैं। उसके बाद जो ढेर उनको पसंद आ जाते हैं उनकी ही नीलामी में बोली लगाते हैं। लेकिन व्यापारी दीपक अग्रवाल जब नीलामी में पहुंचे हैं तो किसान खुश हो जाते हैं। हर किसान यही उम्मीद लगाए रहता है कि नीलामी में संतोष ट्रेडर्स ही उनका पोस्ता खरीदे। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण व्यापारी दीपक अग्रवाल की सादगी, व्यवहार का हर किसान कायल हैं।
जावरा मंडी से दूरी बना रहे हैं पोस्ता किसान
कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी पर सीबीएन द्वारा शिकंजा कसने के बाद उसे साथ काम करने वाले व्यापारियों के गोदाम पर कार्रवाई से नाराज़ होकर नीमच मंडी में पोस्ता की नीलामी बंद कर दी थी। करीब चाल माह नीलामी बंद रहने पर जावरा मंडी के कुछ व्यापारी ने पोस्ता की खरीदी शुरू की। लेकिन वहां किसानों को उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है। नीमच मंडी में डेढ़ लाख रुपए तक मान मिल रहे हैं। इसके कारण अब किसानों ने जावरा मंडी से दूरी बनाकर पोस्ता उपज नीमच मंडी में लेकर आ रहे हैं।











