भाव कम मिलने से आक्रोशित हुए किसान, एसडीएम ने पहुंचकर वार्ता की, दोनों पक्षों को समझाइश के बाद दोपहर में फिर शुरू हुई नीलामी

नीमच (सगीर पठान)। प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में शुमार नीमच मंडी इन दिनों सुर्खियों में है। पुरानी मंडी में कभी पोस्ता शेड तो कभी मुंगफली शेड में किसानों व व्यापारियों के बीच भाव को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है। इसके बावजूद मंडी प्रशासन समाधान नहीं कर रहा है। इसी का परिणाम है कि बुधवार को मुंगफली शेड में सुबह नीलामी में भाव कम मिलने से किसान नाराज हो गए। भाव को लेकर व्यापारियों से शुरू हुई बहस मारपीट तक पहुंच गई और बाहर से उपज लेकर आए किसानों ने एक व्यापारी की जमकर कुटाई कर दी। यह नजारा देख अन्य व्यापारी भागने लगे। इनको भी पीटने के लिए किसान दौड़े। व्यापारी अपनी जान बचाने के लिए एक व्यापारी की फर्म में जाकर छुप गए। किसान वहां भी पहुंचे और व्यापारियों को बाहर निकालने पर अड़ गए। इस विवाद से मंडी में अफरा तफरी मच गई। औषधि फसल, पोस्ता मंडी में उपज लेकर आए किसान भी आक्रोशित किसानों के समर्थन में आ गए। हंगामे की खबर के बाद भी मंडी सचिव, मंडी निरीक्षक नहीं आए। सूचना पर एसडीएम मंडी पहुंचे। उनके द्वारा किसानों व व्यापारियों से अलग-अलग बैठक कर चर्चा की। दोनों पक्षों को समझाइश दी तब जाकर दोपहर में फिर से नीलामी शुरू हो सकी।
2500 से 3500 भाव सुन आक्रोशित हुए किसान
किसानों ने कहा कि इस बार सभी तरफ किसानों ने सोयाबीन की जगह मुंगफली की बोवनी की थी। इससे मुंगफली की मंडी में बंपर आवक हो रही है। आवक देख व्यापारियों ने एक षड्यंत्र के तहत भाव कम कर दिए। जो मुंगफली ऊंचे में 5500 से 6000 तक बिकी उसके भाव बुधवार को 2500 से 3000 तक रह गए। जबकि मंदसौर मंडी में भाव नीचे में 2500 से ऊंचे में 5500 तक रहे। नीमच मंडी में भाव कम मिलने से किसान आक्रोशित हो गए और एक व्यापारी की जमकर कुटाई कर दी। सूत्रों ने बताया कि जिस व्यापारी की कुटाई हुई वह मुंगफली शेड में बहुत नेतागिरी कर रहा था। किसानों की पिटाई ने उसके नेतागिरी का भूत उतार दिया।
देखिए हंगामे का वीडियो
गेट पर लगा दिया ताला
मंडी में हंगामे के बाद भी मंडी सचिव हस्तक्षेप करने नहीं पहुंचे। इससे आक्रोशित किसानों ने मंडी का गेट बंद कर ताला जड़ दिया। अपनी आवाज कलेक्टर व शासन तक पहुंचाने के लिए नारेबाजी करने लगे। हंगामे व गेट बंद की सूचना मिलते ही एसडीएम संजय साहू पुरानी मंडी पहुंचे और किसानों से बात की। मंडी प्रांगण में बात करने व उपज का उचित भाव दिलाने का आश्वासन दिया तब जाकर किसानों ने मंडी का गेट खोला।
तुलावटी, हम्मालों पर अवैध वसूली का आरोप
हंगामे के दौरान किसानों ने तुलावटी व हम्मालों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि तुलावटी व हम्माली के पैसे पर्ची में जोड़ें जाते हैं। इसका भुगतान संबंधित फर्म के यहां उपज पहुंचने पर व्यापारी द्वारा किया जाता है। लेकिन नीलामी के बाद उपज बोली में भरने व तौल करने के किसानों से रुपए लिए जाते हैं जो पूरी तरह से अवैध है। किसान रुपए नहीं दे तो उसकी उपज शाम तक नहीं तौलते है। किसानों ने बताया कि मंडी कार्यालय में शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
पोस्ता खरीदी में चल रही मंडी कमेटी व व्यापारियों की सांठगांठ
पोस्ता मंडी भी इन दिनों सुर्खियों में है। यहां कुछ चर्चित व्यापारी मंडी कमेटी से सांठगांठ कर दो पर्ची का खेल चलाकर किसानों को ठग रहे हैं। नीलामी के दौरान किसान को उसकी उपज का भाव ही पता नहीं चलता है। जब मंडी कमेटी के कर्मचारी पर्ची काटकर किसान को थमाते है तब उपज का भाव पता चलता है। इसमें कुछ व्यापारी ऐसे हैं जो नीलामी के पहले अपने कर्मचारी भेजकर दिखलाते हैं कि किस ढेर में काला दान व धोलापाली अधिक है। मंडी में करीब 6 से 7 व्यापारी पूरी प्लानिंग के साथ काला दाना वाला पोस्ता खरीद रहे हैं। जो अपने गोदामों में भेजकर उनकी धनाई करवाकर काला दाना व धोलापाली अलग कर तस्करी में भेज रहे हैं।
दोनों पक्षों से बातचीत कर समस्या का समाधान कर दिया
मुंगफली के भाव कम को लेकर किसान नाराज हो गए थे। किसानों व व्यापारियों के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों से अलग-अलग चर्चा कर समाधान कर दिया है। मंदसौर मंडी में भी मुंगफली के भाव नीचे गिरे हैं। किसानों को वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया। किसानों को उपज के उचित भाव दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दोपहर तीन बजे से उपज की नीलामी फिर से शुरू हो गई हैं।
संजय साहू, एसडीएम, नीमच











