कार्रवाई की भनक लगी, पुलिस के पहुंचने से पहले अवैध कच्ची शराब माफिया हुए फरार


नीमच। जिले की मनासा तहसील का हाड़ी पिपलिया का जंगल अवैध कच्ची शराब माफिया के लिए मुख्य केंद्र बना हुआ है। रात के अंधेरे में हाथ भट्टी सुलगाकर कच्ची शराब तैयार करते हैं फिर आसपास के गांवों में अपने एजेंट के माध्यम से यह जहरीली शराब लोगों तक पहुंचाते हैं। इन माफिया के सूत्र इतने मजबूत है कि पुलिस की दबिश से पहले इनको सूचना मिल जाती है। पुलिस टीम जब मौके पर पहुंचती है तो वहां सिर्फ वहां भरे कैन व ड्रम ही मिलते हैं। पुलिस टीम इन्हें जब्त कर मौके पर ही नष्ट करवाकर खाली कैन व ड्रम जब्त कर थाने लाती है। अज्ञात अवैध शराब माफिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू करती है। रविवार को भी मनासा पुलिस टीम ने टीआई के नेतृत्व में हाड़ी पिपलिया के जंगल में दबिश दी। जहां कच्ची शराब बनाने के लिए रखा 3 हजार लीटर वहां मिला। जिसे जब्त कर नष्ट करवाया।
जानकारी अनुसार एसपी अंकित जयसवाल के निर्देशन, एएसपी नवलसिंह सिसोदिया व एसडीओपी मनासा शाबेरा अंसारी के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति अभियान के तहत अवैध गतिविधियों एवं अवैध शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए मनासा टीआई शिव रघुवंशी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रविवार दोपहर में हाड़ी पिपल्या गांव में नाले के पास दबिश दी। जहां अवैध माफिया ने कच्ची शराब बनाने के लिए प्लास्टिक की कैनों व ड्रमों में भरकर रखा 3 हजार लीटर अवैध लहान मिला। जिसकी वीडियोग्राफी कर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दृष्टि से समक्ष पंचान मौके पर नष्ट किया। मनासा थाने पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 34 (1), 34 (1) (एफ) आबकारी अधिनियम के तहत अपराध पंजीबध्द किया गया।