प्रशासन की गांधीसागर के डूब क्षेत्र कुंडला- खानखेड़ी में बड़ी कार्रवाई, अधिकारियों के पहुंचने से पहले माफिया फाइटर छोड़ हुए फरार

नीमच (सगीर पठान)। गांधीसागर डेम के डूब क्षेत्र में आने वाले जिले की मनासा तहसील के गांवों में डेम के बेक वाटर में फाइटर से काली रेत चोरी का धंधा हर साल बारिश के समय तेज हो जाता है। माफिया पानी में रात के समय फाइटर डूबों देते हैं और सुबह आकर इनमें संग्रहित होने वाली रेत को ट्रैक्टर-ट्रॉली में लोड कर स्टाक स्थल पर पहुंचा देते हैं। गुरुवार को प्रशासन की टीम ने कुकडेश्वर क्षेत्र के कुंडला-खानखेड़ी गांव स्थित डूब क्षेत्र में दबिश डाली। करीब 6 घंटे की कार्रवाई में टीम ने पानी में डूबे हुए 8 फाइटर जब्त कर माफियाओं की कमर तोड़ दी। इन फाइटरों को वहीं पर नष्ट कर पानी में डूबों दिए। लेकिन कार्रवाई टीम के हाथ एक भी माफिया नहीं आया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि काली रेत माफिया की खनिज विभाग में कितनी घुसपैठ होगी कि कार्रवाई से पहले उनको खबर लग गई और मौके पर फाइटर छोड़ बाकी साजों सामान लेकर पहले ही फरार हो गए।
टीम में राजस्व व खनिज विभाग अधिकारी थे शामिल

कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देशन में जिला प्रशासन के राजस्व व खनिज विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह मनासा तहसील के कुकडे़श्वर थाना क्षेत्र में कुंडला-खानखेड़ी डूब क्षेत्र गांव में दबिश दी। अधिकारी नाव में बैठ जहां माफियाओं ने फाइटर लगा रखे थे वहां पहुंचे। इनकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर 8 फाइटर जब्त कर किनारे पर लाए। इसके बाद एक-एक कर सभी को तोड़कर नष्ट किया और पानी में डूबों दिए। कार्रवाई में मनासा एसडीएम किरण आंजना, तहसीलदार मुकेश निगम, मृगेंद्र सिसोदिया, नवीन छतरोले सहित राजस्व विभाग की टीम मौजूद थी।
कार्रवाई लगातार जारी रहेगी
सहायक जिला खनिज अधिकारी गजेंद्र डाबर ने कहा कि कुंडला खानखेड़ी अवैध रेत उत्खनन कि लगातार मिल रही शिकायतों और गतिविधियों पर ध्यान देते हुए कार्रवाई की। जिसमें डूब क्षेत्र से 8 फाइटर मशीन किए। यह मशीन काफी बड़ी होने के कारण डूब क्षेत्र के पास में उन्हें नष्ट कर दिया है। खनिज विभाग की कार्रवाई इसी प्रकार लगातार जारी रहेगी।












