एसडीएम नीमच ने स्पष्ट की वस्तु स्थिति, आत्मदाह की धमकी दिए जाने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया था
नीमच। प्रदेश के एक प्रादेशिक अखबार के मुख्य पृष्ठ पर बुधवार को प्रकाशित खबर “बजुर्ग ने एसडीएम को ऊंची आवाज में पीड़ा सुनाई तो घंटो थाने में भुखा-प्यासा बिठाया”। शीर्षक से प्रकाशित खबर के संदर्भ में एसडीएम नीमच संजीव साहू ने वस्तुस्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि कृषक जगदीश बैरागी निवासी ग्राम अडमालिया 18 मार्च 2025 को जनसुनवाई में उपस्थित हुए थे। जनसुनवाई कक्ष के बाहर काफी उग्र तरीके से उनके द्वारा वार्तालाप किया जा रहा था। जिस पर उपखण्ड अधिकारी (राजस्व) नीमच द्वारा उनको समझाइश देकर जनसुनवाई कक्ष में लाकर बिठाया व उनकी समस्या सुनी गई। किसान जगदीश की ग्राम अडमालिया में उनके पुत्र किशोरदास एवं अन्य के नाम से सर्वे नंबर 486/1, 486/3 की भूमि है। जिसका बटांकन का प्रकरण पहले नायब तहसीलदार नीमच ग्रामीण के यहां पर प्रचलित था। तत्समय पटवारी द्वारा तैयार की गई बटांकन फर्द पर उनकी सहमति ना होने से तथा उनके द्वारा प्रकरण अन्य तहसीलदार के समक्ष प्रचलित कराए जाने के आवेदन पर प्रकरण तहसीलदार नीमच नगर को हस्तांतरित किया गया था।
वर्तमान में बटांकन का प्रकरण प्रचलित है। किसान जगदीश द्वारा जनसुनवाई में कहा गया कि मेरे अनुसार बटांकन किया जाए। यदि ऐसी कार्रवाई नही होती है तो में आत्मदाह कर लूंगा। जनुसनवाई में उपखण्ड अधिकारी (राजस्व) नीमच द्वारा उनके समक्ष में तहसीलदार नीमच नगर को प्रकरण के शीघ्र निराकरण के लिए निर्देशित किया गया तथा उनके द्वारा आत्मदाह की धमकी दिए जाने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया था। ना कि उनको अनावश्यक रूप से थाने में बैठाकर रखा गया।
बटांकन आदेश पारित, किसान संतुष्ट
बुधवार को कलेक्टर हिमांशु चंद्रा द्वारा आवेदक को समक्ष में सुना गया। तत्पश्चात तहसीलदार नीमच नगर को प्रकरण के निराकरण के लिए निर्देशित किया गया। निर्देशानुसार तहसीलदार नीमच नगर द्वारा प्रकरण में बटांकन आदेश पारित कर दिया गया है। इससे किसान जगदीश बैरागी भी संतुष्ट हो गए हैं।












