
शामगढ़, गरोठ क्षेत्र के तस्करों में मचा हड़कंप, मादक पदार्थ तस्करी के नए रास्ते का खुलासा
नीमच (सगीर पठान)। तस्करों द्वारा एक राज्य से दूसरे राज्य में अफीम, डोडाचूरा, स्मैक, नशीली दवा, एमडी ड्रग्स पहुंचाने के लिए नये-नये तरीके अपनाकर माल बड़े तस्करों को भेजा जाता है। लेकिन केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मप्र यूनिट ने तस्करों के हर मंसूबे को विफल कर मादक पदार्थ जब्त कर कई कुख्यात तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। मंगलवार को तस्करों के नये रास्ते के साथ डोडाचूरा तस्करी का भंडाफोड़ किया। जिसे सुनकर हर कोई अचंभित रह गया है। मंदसौर जिले में शामगढ़ के चंबल नदी के डूब क्षेत्र में करेलिया टापू को तस्करों ने अपना अड्डा बनाया और यहां डोडाचूरा का भंडारण किया। जिसे तस्करी के लिए भेजने की तैयारी थी। सीबीएन के वरिष्ठ अधिकारियों को मुखबिर तंत्र ने गोपनीय सूचना दी। इस पर सीबीएन की दो टीम ने थल व जल के रास्ते एक घंटे का सफर करके टापू पर बनी झोपड़ी पर दबिश दी। जहां से 2083 किलो डोडाचूरा मिला।
टापू पर पहुंचने में एक घंटे से अधिक समय लगा
नारकोटिक्स उप आयुक्त डॉ. संजय कुमार ने बताया कि नशा निरोधक अभियान के तहत गुप्त सूचना प्राप्त होने पर केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों की टीमों का गठन कर मंगलवार तड़के कार्रवाई के लिए रवाना किया। टापू पर पहुंचने के लिए एक टीम नाव से और दूसरी टीम पैदल चलकर पहुंची। क्योंकि टापू पर जाने के लिए कोई वाहन योग्य सड़क नहीं थी। दोनों टीमों को नाव और पैदल चलकर टापू पर पहुंचने में एक घंटे अधिक का समय लगा।
103 प्लास्टिक के बोरों में भरकर रखा था डोडाचूरा
टीम ने मौके पर पहुंचकर संदिग्ध घर (झोपड़ी) की सफलतापूर्वक पहचान की। कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद घर की तलाशी ली गई। जहां 103 प्लास्टिक बैग में भरकर रखा 2083 किलो 400 ग्राम डोडाचूरा मिला। लॉजिस्टिक बाधाओं के कारण मौके पर तलाशी की कार्रवाई पूरी करना संभव नहीं था। इसलिए बरामद डोडाचूरा सीबीएन कार्यालय में एक सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए रोक लिया गया।
तीन पिकअप में भरकर लाए बोरे
अधिकारियों ने बताया कि टापू से डोडाचूरा के बोरे लाने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं था। टीम में शामिल सभी सदस्यों ने कड़ी मेहनत कर बरामद डोडाचूरा को ट्रैक्टर-ट्रॉली की सहायता से सड़क मार्ग तक लाए। वहां से तीन पिकअप में लोड कर सीबीएन कार्यालय गरोठ लाया गया। आगे की कार्रवाई सीबीएन कार्यालय में पूरी कर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 की संबंधित धाराओं के तहत डोडाचूरा जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।












