


नीमच (सगीर पठान)। नशीली दवाओं के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत मप्र इकाई के केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों ने विशेष खुफिया सूचना पर मंदसौर जिले की गरोठ तहसील के गांव खारखेड़ा के पास स्थित एक संतरे के बगीचे में दबिश दी। जहां से अवैध साइकोट्रोपिक ड्रग एमडीएमए पाउडर बनाने के लिए स्थापित एक गुप्त प्रयोगशाला का भंडाफोड़ किया।नारकोटिक्स उप आयुक्त डॉ. संजय कुमार ने बताया कि गुप्त प्रयोगशाला पूरी तरह से सुनसान जगह पर बनाई गई थी, जहां कोई पहुंच मार्ग नहीं था। सीबीएन अधिकारी पैदल ही गुप्त प्रयोगशाला में पहुंचे और संतरे के बगीचे के अंदर एक संरचना का निर्माण पाया। कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद परिसर की विस्तृत और गहन तलाशी ली गई। एमडीएमए पाउडर के अवैध उत्पादन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न मशीनरी, उपकरण और रसायन बरामद किए गए। खेत में गाड़ रखा था एमडी बनाने का मटेरियल
आरोपी व्यक्ति से गहन पूछताछ में पता चला कि अवैध दवा एमडीएमए पाउडर के निर्माण के लिए आवश्यक अन्य आवश्यक रसायन पास के खेत में गड़े हुए थे। विशिष्ट स्थान की पहचान की गई और खुदाई की गई, जिससे उन आवश्यक रसायनों की बरामदगी हुई।
फैक्ट्री से ये सामान जब्त किया
गुप्त प्रयोगशाला की तलाशी के दौरान, एसीटोन, टोल्यूनि, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम सल्फेट, सोडियम कार्बोनेट, सल्फ्यूरिक एसिड, ब्रोमीन वाटर, इथेनॉल आदि सहित 80.96 किलोग्राम और 7.5 लीटर रसायन बरामद किए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया।
ये मशीनें व उपकरण जब्त
यूवी कंट्रोलर, वैक्यूम ओवन, वजन मापने वाले तराजू, टेस्ट-ट्यूब, फ़नल, पिपेट, बीकर, फ्लास्क, फिल्टर, स्टैंड, वाटर पंप, कैलीपर, तार, ड्रम, पाइप, बाल्टी, मापने वाले मग, ग्लास प्लेट आदि जैसे विभिन्न उपकरण और मशीनरी भी बरामद और जब्त की गईं।प्रति माह 50 किलो एमडी ड्रग्स बनाने की थी तैयारी गुप्त प्रयोगशाला के उपरोक्त रसायन और उपकरण प्रति माह 50 किलोग्राम से अधिक अवैध एमडीएमए पाउडर बनाने के लिए पर्याप्त थे। उपरोक्त वस्तुओं को जब्त कर लिया गया और एनडीपीएस अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। मामले में आगे की जांच जारी है।












